सोमवार, 13 मई 2019

हर समस्या का समाधान है 'छोटू पेंटर' के पास: दुबे
बाल साहित्य को लेकर नोबेल मीडिया की कार्यशाला का हुआ समापन
महेश सोनी
भोपाल। 'छोटू पेंटर' एक कार्टून कैरेक्टर है जो आधुनिक परिवेश में जीवन के समन्वय और परिवार के सामंजस्य को लेकर बाल मनोवृत्ति पर केन्द्रित विजन है, इसमें छोटू बहुत ही बुद्धिमान और अपने दोस्तों का चहेता है। छोटू पेंटर अपने दोस्तों के साथ मिलकर समाज में आई हर तरह की समस्याओं का समाधान करता है। यह बात नोबेल मीडिया प्रा.लि. के प्रभारी संजीव दुबे ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने बताया कि यह नोबेल कंपनी बच्चों को आधुनिक परिवेश में स्वस्थ्य मनोरंजन के साथ ही पारिवारिक संस्कार, सामाजिक मूल्यों से जोडऩे के लिए एक वृहद कार्ययोजना पर काम कर रही है। गौरतलब है कि कंपनी द्वारा 'छोटू पेंटरÓ के रूप में एक ऐसा किरदार तैयार किया है जो सात-आठ साल का बच्चा है, आधुनिक परिवेश में रहकर वो उन तमाम बातों से परिचित होता है जो आज समाज में घट रही हैं। अनेक ऐसी विसंगतियां हैं जो बच्चों को मानसिक उन्नति के अवसर से वंचित रखे हुए हैं, कंपनी का उद्देश्य है कि बाल साहित्यकारों के लेखन के माध्यम से उन सभी घटनाओं को सामने लेकर अच्छी बातों को बच्चों के लिए प्रस्तुत किया जाए। इसी उद्देश्य को लेकर दो दिनी भोपाल में आयोजित कार्यशाला का आज समापन हुआ।
यह एक कंटेंट राइटिंग मीट है
              कार्यक्रम के संयोजक चंद्रभान राही ने बताया कि यह एक कंटेंट राइटिंग मीट है। इसमें शामिल सभी प्रतिभागियों ने चयनित विषयों तथा पहलुओं पर अपने आइडियाज प्रस्तुत किये। उन पर छोटे-छोटे कंटेंट तैयार किये और उन्हें बाल कहानी का रूप दिया। कार्यशाला में तैयार कहानी, कविताएं, नाटक पर सामूहिक रूप से चर्चा हुई और आगे की कार्ययोजना तैयार की गई। कार्यशाला में जिन प्रतिभागियों ने भाग लिया उनमें अरविंद शर्मा, कीर्ति श्रीवास्तव, साधना श्रीवास्तव, सीमा शिवहरे सुमन, महेश सोनी, सुधा तैलंग, हेमलता, सुनीता यादव, किरण खोड़के, दुर्गा श्रीवास्तव आदि शामिल थे। कोर मेंबर्स में चंद्रभान राही, डॉ. मोहम्मद आजम, डॉ. प्रीति प्रवीण खरे, इंदिरा त्रिवेदी शामिल थीं। अंत में सभी का आभार प्रदर्शन किया गया।