शुक्रवार, 29 जुलाई 2022

सैंया होके भारत वासी, काहें हँसी करावत मोर....

 राजकीय संग्रहालय में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हुईं सांस्कृतिक प्रस्तुतियां

महेश सोनी

झांसी। 'सैंया होके भारत वासी काहें हँसी करावत मोर जब यह बुंदेली लोक गीत ललितपुर उप्र की लोक गायिका अभिलाषा वर्मा ने अपने सुरीले कंठ से राजकीय संग्रहालय में गुनगुनाया तो श्रोता भाव विभोर हो गए। अवसर था संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के सहयोग से निर्मल जनकल्याण एवं सांस्कृतिक समिति लखनऊ एवं राजकीय संग्रहालय झांसी के संयुक्त तत्वाधान में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का। अभिलाषा वर्मा ने अगला लोक गीत 'सपने गांधी के सैतुक बनाने है हमें धरती पे स्वर्ग ले आने हैंÓ सुनाया। इसके पश्चात बारी आई महोबा उप्र की ख्यात लोक गाायिका अर्चना कोटार्य की। उन्होंने राष्ट्रवंदना को लोक गीत के माध्यम से बखूबी प्रस्तुत किया। जिसके बोल थे 'भारत की धरती के वीर दो महान, एक हैं जवान और दूसरों किसान,Ó यह लोक गीत देशभर में धूम मचा रहा है। इसके पश्चात अन्य लोक कलाकारों ने भी अपनी कला का प्रदर्शन किया। गुरुवार 28 जुलाई 2022 को चौरी चौरा एवं आजादी के अमृत महोत्सव की श्रंखला में यहां पर गौरव गान का आयोजन राजकीय संग्रहालय प्रेक्षागृह में किया गया। जिसमें स्थानीय कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां हुईं। जो कलाकार शामिल हुए उनमें अर्चना कोटार्य, राधा प्रजापति, वंदना कुशवाहा, निशा, अभिलाषा, बेबी इमरान के दलों द्वारा बुंदेलखंड से संबंधित सांस्कृतिक कार्यक्रम यथा- बुंदेली लोक नृत्य, गायन, भजन, बुंदेली लोकगीत, राई नृत्य एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए गए। 


कलाकारों को दिए पुरस्कार 

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के पश्चात उपस्थित जनसमुदाय द्वारा कराए गए कार्यक्रमों की भूरी भूरी प्रशंसा की गई तथा विशिष्ट अतिथियों द्वारा कलाकारों को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार का वितरण किया गया। मुख्य अतिथि डॉ एस के दुबे उपनिदेशक राजकीय संग्रहालय, विशिष्ट अतिथि डॉ धन्नु लाल गौतम उपाध्यक्ष संगीत नाटक अकादमी, श्रीमती मधु श्रीवास्तव, किरण गुप्ता, सुदर्शन शिवहरे, निर्मल सांस्कृतिक समिति की श्रीमती निर्मला शर्मा अध्यक्ष, राजेश शर्मा एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि भारी संख्या में उपस्थित रहे। संचालन डॉ मनमोहन मनु ने किया।

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