सोमवार, 18 दिसंबर 2017

बुंदेली सिनेमा को अभी और मजबूत करना है: राजा बुंदेला

खजुराहो फि ल्म महोत्सव 17 से 23 दिसंबर तक, शेखर कपूर का सम्मान

महेश सोनी


 प्रयास के संस्थापक व सुप्रसिद्ध अभिनेता,  राजा बुन्देला, राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता व अन्य लोगों के साथ महेश सोनी।

भोपाल। हमारी संस्कृति और आंचलिकता को संरक्षित करने में फिल्मों का अहम योगदान है, खासकर बुंदेलखंड की कला और संस्कृति को विश्वस्तरीय सम्मान दिलाने में हमें अभी और अधिक काम करने की जरूरत है। यह बात प्रयास प्रोडक्शनस मुम्बई के संस्थापक व सुप्रसिद्ध अभिनेता, लेखक राजा बुन्देला ने कही। उन्होंने बताया कि अभी बुंदेली सिनेमा को और मजबूत करने की जरूरत है, जहां तक भोजपुरी, बिहारी, हरियाणवी, राजस्थानी आदि भाषाओं ने सिनेमा में काफी जगह बनाई है, जबकि भोजपुरी का सौ साल का सिनेमा है, इसलिए हमें अभी इसके लिए अवसर तलाशने हैं। राजा बुंदेला छतरपुर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के संबंध में जानकारी दे रहे थे। उन्होंने 17 से 23 दिसंबर तक आयोजित फिल्म समारोह में महिला सशक्तिकरण, किसानों को समर्पित तथा अन्य देसी थीम पर आधारित फिल्मों के प्रदर्शन की जानकारी दी। श्री बुंदेला ने विशेष चर्चा में कहा कि आजकल टपरा टॉकीज का चलन बंद हो गया है, जबकि यह हमारी ग्रामीण संस्कृति का परिचायक है, इसलिए समारोह में टपरा टॉकीज की भूमिका को रेखांकित करते हुए परंपरागत लुक के साथ फिल्म दिखाने की व्यवस्था भी की है। एक सवाल के जवाब में राजा बुंदेला ने कहा कि रेडियो से भी बुंदेली फिल्मों के गीत बजने चाहिए क्योंकि यह हमारी संस्कृति है, जिसे रेडियो के माध्यम से दूर-दूर तक पहुुंचाया जा सकता है, लेकिन आकाशवाणी केन्द्र में बुंदेली फिल्मों के सीडी नहीं होने को गंभीरता से लेते हुए कहा कि हमारी कोशिश होगी कि निदेशालय से संपर्क कर बुंदेली फिल्मों के गीत की सीडियां उपलब्ध कराई जाएंगी ताकि ग्रामीण कार्यक्रम में उन्हें बजाया जा सके। इसके अलावा बुंदेली के विकास और उत्थान के लिए फिल्मों के माध्यम से हर तरह के प्रयास करने पर श्री बुंदेला ने जोर दिया। फिल्म महोत्सव में शेखर कपूर का सम्मान किया जाएगा साथ ही अन्य फिल्मी कलाकारों तथा दुनियाभर के सिने हस्तियों को बुंदेलखंड से रूबरू कराने यह आयोजन किया जा रहा है। 

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