मंगलमय नववर्ष
मन में नई उमंग हों, हों जीवन में हर्ष।
नव प्रगति सौपान पर, मंगलमय नववर्ष॥
प्रेम-प्यार,सौहार्द का, सुखमय हो संचार।
अलगावों में हो कमी, बढे प्रेम-व्यापार॥
संबंधों की भीत पर, करें न भीतरघात।
अरमानों की नींव पर, कभी न हो आघात॥
सत्य-कर्म की साख से, रखें सदा अनुबंध।
झूठ-बुराई से परे, करें सभी अनुबंध॥
अवसादों की आंच से, जल न सके विचार।
मन के नव आलोक से, सुखमय हो संसार॥
-महेश सोनी
मन में नई उमंग हों, हों जीवन में हर्ष।
नव प्रगति सौपान पर, मंगलमय नववर्ष॥
प्रेम-प्यार,सौहार्द का, सुखमय हो संचार।
अलगावों में हो कमी, बढे प्रेम-व्यापार॥
संबंधों की भीत पर, करें न भीतरघात।
अरमानों की नींव पर, कभी न हो आघात॥
सत्य-कर्म की साख से, रखें सदा अनुबंध।
झूठ-बुराई से परे, करें सभी अनुबंध॥
अवसादों की आंच से, जल न सके विचार।
मन के नव आलोक से, सुखमय हो संसार॥
-महेश सोनी
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